Khem Chand Verma
'यादें वक्त की परछाइयाँ हैं, जो भले ही बीत जाती हैं, पर साथ चलती हैं हमेशा।'इस पुस्तक के माध्यम से मैं आपको आम ज़िंदगी की उन खास घड़ियों में ले जाना चाहता हूँ, जहाँ शायद आप खुद को पहचान पाएँ, अपने किसी पुराने पल को जी सकें, या किसी अधूरी बात को पूरा कर सकें।'हर आख़िरी दिन की एक अपनी कहानी होती है, जो अक्सर पहले दिन से भी ज़्यादा मायने रखती है।'